LED (Light Emitting Diode ) यह एक Diode है जो Forward Bias मे कार्य करता है अगर सरल शब्दों में, कहा जाए तो यह एक प्रकाश उत्सर्जक डायोड (एलई डी) एक अर्धचालक उपकरण होता है जो बिजली के प्रवाह को पार करते समय प्रकाश उत्सर्जित करता है। लाइट तब उत्पन्न होता है
(जैसा की चित्र मे दिख रहा ) जिसके Anode (P- Type) पर Positive supply और Cathode (N-Type) पर Negative Supply से Connect करते है
जो Positive Supply यानि जो Holes होता है वो Depletion Zone मे इक्कठा हो जाता है यहा पर Positive Supply एवं Negative Supply बहुत ज़्यादा इक्कठा होता है तो ये एक दूसरे के विपरीत आपस मे आकर्षित होता है और आकर्षित होते ही जो Positive (+) Supply है वो Negative की तरफ जाता है और जो Negative (-) Supply है वो Positive की तरफ जाता है इस Condition मे आपस मे जुडने की वजह से यहा पर एक Energy Generate होता है ।
वो Energy एक प्रकार का Photons होता है वो Light मे Convert हो जाता है । इसका Main कारण होता है Depletion zone है जहा पर Positive और Negative Supply आने से ये आपस मे टकरा के आपस मे जुड़ता है जिसकी वजह से Photons उत्पन्न होता है । उसके वजह से यह Light मे Convert हो जाता है और Light जलने लगती है ।
Reverse Biasing Supply देने पर क्या होता है ।
Led Diode Forward Bias मे काम करती है यदि हम डायोड को Reverse Bias मे Supply देते है यदि हम P को Negative से और N को Positive सप्लाइ देते है तो इसमे 5 Volt से ज़्यादा सप्लाइ नहीं दे सकते वरना आपकी LED खराब हो जाएगी या गर्म होके खराब हो जाएगी ।
LED बनाने के लिए किस-किस Material का Used होता है ।
- Blue, Green and Ultraviolet high-brightness LEDs इस तरह के LED बनाने लिए Indium gallium nitride (InGaN) Material का use किया जाता है ।
- Yellow, Orange and red high-brightness LEDs इस तरह के LED बनाने लिए Aluminum gallium indium phosphide (AlGaInP) Material का use किया जाता है ।
- red and infrared LEDs इस तरह के LED बनाने लिए Aluminum gallium arsenide (AlGaAs) Material का use किया जाता है ।
- yellow and green LEDs इस तरह के LED बनाने लिए Gallium phosphide (GaP) Material का use किया जाता है ।
- Infrared LED ( जो लाइट बाहर निकलती है लेकिन हमे दिखाई नहीं देती क्योकि वो Visual नहीं होती है जैसे TV Remote मे लगा होता है
- इसका cover जो होता है वो पारदर्शी कवर होता है ताकि लाइट निकलेगी तो दिखाई दे इसलिए इसे काँच का बनाया जाता है ।
- color LED बनाने के लिए पहले जो LED डायोड आते थे उसका कवर को कलर कर दिया जाता था लेकिन अब अंदर Material से colors बनाया जाता है
- 90 के दशक के मध्य तक एल ई डी के रंगों की सीमित सीमा थी, और विशेष रूप से नीले और सफेद एल ई डी मौजूद नहीं थे। गैलियम नाइट्राइड (GaN) सामग्री प्रणाली के आधार पर एल ई डी के विकास ने रंगों के पैलेट को पूरा किया और कई नए अनुप्रयोग खोले।
- आमतौर पर एल ई डी बनाने के लिए उपयोग की जाने वाली गैलियम आर्सेनाइड (GaAs) और गैलियम फॉस्फाइड (GaP) हैं।
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